स्तनों में दर्द होने पर क्या करें ?

नमस्ते दोस्तों, आज हम आपको स्तनों में दर्द होने पर क्या करे के बारे में जानकारी देने वाले हैं, हम देखते हैं कि महिलाओं की एक आम शिकायत होती है कि हमारे ब्रेस्ट में दर्द हो रहा है |

स्तनों में दर्द होने के कारण महिलाएं काफी परेशान नजर आती है, स्तन महिलाओं के शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग होता है | महिलाओं को जब स्तनों में दर्द होता है तब महिलाओं को कुछ अलग अलग महसूस होने लगता है |

आमतौर पर देखा जाए तो महिलाओं के स्तन में दर्द होना इसे मास्टालजिया कहते हैं,  देखा जाए तो महिलाओं की जब पीरियड्स शुरू होती है तब महिलाओं के स्तनों में तेज दर्द होना ज्यादा से ज्यादा संभव होता है |

स्तनों में दर्द होने पर क्या करें
स्तनों में दर्द होने पर क्या करें

देखा गया तो ४० से ८०% महिलाओं को स्तनों में दर्द होने की शिकायत होती है | बहुत सारी महिलाएं तो ऐसी होती है जो स्तनों में दर्द होने के कारण भी यह बात किसी से शेयर नहीं करती है, महिलाओं को हम बताना चाहते हैं कि स्तनों में अगर दर्द होने लगता है तो आपने यह बात आपकी सहेली से या डॉक्टर से शेयर करना चाहिए जिससे कोई ना कोई आपको स्तनों में दर्द होने पर सही सुझाव देगा |

स्तनों में दर्द होने पर बहुत सारी महिलाएं स्तनों को हल्के हाथों से दबाते रहती है, महिलाओं को हम बताना चाहते हैं कि स्तनों में दर्द होने पर स्तनों को बिल्कुल भी ना दबाए यह आदत पूरी तरह से गलत है | स्तनों में अगर बहुत ज्यादा दर्द होता है तो जल्द से जल्द किसी चिकित्सक से सलाह ले या नीचे दिए गए हुए तरीकों का इस्तेमाल करें |

स्तनों में दर्द क्यों होता है के बारे में आज हम आपको पूरी जानकारी बताने वाले इस जानकारी को अपनाकर आप आसानी से स्तनों का दर्द भगा सकती हो |

स्तनों में दर्द होना मतलब क्या होता है ?

स्तनों में दर्द होना मतलब क्या होता है
स्तनों में दर्द होना मतलब क्या होता है
  • देखा जाए तो स्तनों में दर्द होने से पहले महिलाओं के शरीर में कुछ बदलाव होते रहते हैं, जिन महिलाओं को अचानक से स्तनों में दर्द होने लगता है, स्तनों में भारीपन महसूस होने लगता है, कई बार स्तनों में सूजन तक आ जाती है इसलिए स्तनों में दर्द होने से पहले इन कुछ लक्षणों को जानने की कोशिश करें |
  • स्तनों में दर्द को मुख्य दो चिकित्सक पद्धतियों में वर्गीकृत किया है | पहला है चक्रीय स्तन दर्द और दूसरा है गैर चक्रीय स्तन दर्द |
  • जिन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान स्तनों में दर्द होता है उन महिलाओं ने समझ जाना है कि उनके स्तनों में काफी मात्रा में फैटी एसिड बढ़ चुका है |
  • स्तनों के बाहरी किनारे पर जब फैटी एसिड बढ़ जाता है तब स्तनों में असंतुलन नजर आता है जिसके कारण भी स्तनों में काफी दर्द होता है |
  • जिन महिलाओं के स्तन काफी ज्यादा मात्रा में बड़े होते हैं उन महिलाओं को स्तनो में दर्द होने की शिकायत बहुत आम होती है | इसलिए महिलाओं को हम बताना चाहते हैं कि आपने हमेशा स्तनों को संतुलित आकार में रखने की कोशिश करना चाहिए |
  • स्तनों में दर्द अगर मासिक धर्म के चक्र के बाद होता है तो इस दर्द से घरेलू उपाय का इस्तेमाल करके छुटकारा पा सकते हो चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है |
  • लेकिन स्तनों में अगर लगातार दर्द और असहजता महसूस होती है तो जल्द से जल्द आपने किसी अच्छे चिकित्सक की ट्रीटमेंट लेना चाहिए |

ब्रेस्ट पेन होने के कारण क्या है ?

ब्रेस्ट पेन होने के कारण क्या है
ब्रेस्ट पेन होने के कारण क्या है
  • देखा जाए तो ब्रेस्ट में दर्द होने के कारण बहुत सारे हो सकते हैं, लेकिन स्तनों में दर्द होने का मुख्य कारण होता है महिलाओं के शरीर में हार्मोन का स्तर बिगड़ जाना |
  • कई बार महिलाओं के शरीर में हार्मोन का स्तर बहुत कम हो जाता है और कई बार बहुत ज्यादा बढ़ जाता है जिसके कारण स्तनों में फाइब्रोसिसटिक हो जाता है फाइब्रसिस्टिक मतलब स्तनों में गांठ होना |
  • महिलाओं के शरीर में सबसे मुख्य दो हॉर्मोन होते हैं, एक होता है एस्ट्रोजन हार्मोन और दूसरा होता है प्रोजेस्टेरोन हार्मोन |
  • महिलाओं के शरीर में अगर एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन संतुलित होते हैं तो महिलाओं के स्तनों में दर्द होना बिल्कुल आम बात है |
  • शरीर में हार्मोन असंतुलन होने के कारण महिलाओं के स्तनों में गांठ आना, स्तनों में सूजन आना, कभी कभी स्तनों में इतना ज्यादा दर्द होने लगता है कि महिलाएं रोने तक लग जाती है |
  • देखा गया तो महिलाओं के शरीर में जब ब्रेस्ट पेन होता है तब यह महिलाओं के शरीर का असंतुलन बिगाड़ कर ऐसा संकेत देता है | इसलिए स्तनों में अगर दर्द होता है तो महिलाओं ने अपने आपको स्वस्थ रखना काफी ज्यादा जरूरी है |
  • जिन महिलाओं के पीरियड्स अनियमित होते है उन महिलाओं के स्तनों में भी काफी दर्द होता है, इसलिए महिलाओं ने अपने मासिक धर्म के चक्र के दौरान खुद के शरीर पर ध्यान रखना चाहिए |
  • देखा जाए तो महिला की बढ़ती उम्र के साथ साथ महिला के स्तनों में बदलाव होते रहते हैं, महिला के शरीर में अगर अल्सर अधिक बढ़ जाता है तो फाइब्रोसिसटिक ब्रेस्ट टिशु और ज्यादा बढ़ जाते हैं जिसका परिणाम स्तनों में दर्द होना ऐसा होता है |

ब्रेस्ट पेन में क्या ख्याल रखना चाहिए ?

ब्रेस्ट पेन में क्या ख्याल रखना चाहिए
ब्रेस्ट पेन में क्या ख्याल रखना चाहिए
  • देखा जाए तो ब्रेस्ट पेन होने के कारण बहुत सारे हैं, जैसे कि जिन महिलाओं को अधिक चिंता और तनाव लेने की आदत होती है उन महिलाओं के स्तनों में हमेशा थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दर्द होते रहता है इसलिए महिलाओं ने कभी भी अधिक तनाव नहीं लेना चाहिए |
  • स्तनों में अगर लंबे समय से काफी मात्रा में दर्द हो रहा है तो महिलाओं ने इस वक्त स्तनों की हल्के हाथों से मालिश करना चाहिए | अगर आपके स्तनों में सूजन आई है तो भी आप स्तनों की मालिश कर सकती हो, स्तनों की मालिश करने से स्तनों में रक्त परिसंचरण सुधर जाता है जिसके कारण स्तनों का दर्द काफी मात्रा में कम हो जाता है |
  • स्तनों में दर्द होने पर महिलाओं ने खूबानी तेल से और गेहूं के बीज के तेल से स्तनों की धीरे-धीरे मसाज करना चाहिए | स्तनों की धीरे-धीरे मसाज करने से स्तनों में जो भी दर्द होता है वह काफी मात्रा में कम हो जाता है |
  • स्तनों में दर्द होने के कारण बहुत सारे हैं जैसे कि, शरीर में कैफीन की मात्रा अधिक बढ़ जाना, स्तनों में ट्यूमर होना, स्तनों में सूजन आना, स्तनों में गांठ होना, कंधों में दर्द होना, सीने में चोट लगना ऐसे बहुत सारे स्तनों में दर्द होने के कारण है |
  • इन कारणों को जानकर अपने स्तनों को स्वस्थ रखने की कोशिश करना चाहिए |

ब्रेस्ट पेन के लक्षण क्या है ?

ब्रेस्ट पेन के लक्षण क्या है
ब्रेस्ट पेन के लक्षण क्या है
  • किसी महीने पीरियड्स के चलते हुए महिलाओं के स्तनों में अगर महिलाओं को दर्द महसूस होता है तो महिलाओं ने समझ जाना है कि अगले महीने के मासिक धर्म में भी आपको स्तनों में दर्द महसूस हो सकता है | इसलिए महिलाओं ने पहले से ही स्तन दर्द के लक्षण जान लेना चाहिए |
  • स्तनों में जब दर्द होने वाला होता है तब महिलाओं को अचानक से स्तनों में असहजता महसूस होने लगती है, स्तनों में असहजता महसूस होने पर महिलाओं ने समझ जाना है कि कुछ वक्त के बाद स्तनों में जरूर दर्द होने वाला है |
  • स्तनों में दर्द होने से पहले अगर महिलाओं के स्तनों में सूजन आती है या गांठ का अनुभव आता है तो महिलाओं ने खुद को समझाने की कोशिश करना चाहिए कि और कुछ देर के लिए अपने स्तनों में दर्द होने वाला है |
  • कई बार महिलाएं ऐसा समज लेती है कि अब जिंदगी भर महावरी के वक्त हमारे स्तनों में दर्द होते रहेगा | महिलाओं को हम बताना चाहते हैं कि हर वक्त पीरियड्स के वक्त स्तनों में दर्द होगा ही ऐसा नहीं होता है कई बार स्तनों में दर्द होने के लिए अलग-अलग कारण भी हो सकते है |
  • आमतौर पर जब महिलाओं के योनि से सफेद पानी बाहर निकलता है या रजोनिवृत्ति की समस्या आती है तब महिलाओं के स्तनों में काफी मात्रा में दर्द हो सकता है | ऐसे वक्त महिलाओं ने स्तनों पर ब्रा का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए |

निपल्स में दर्द होने पर क्या करें ?

निपल्स में दर्द होने पर क्या करें
निपल्स में दर्द होने पर क्या करें
  • देखा जाए तो निपल्स में दर्द होना हर लड़की को और हर महिला को आगे चलकर आम बात हो जाती है | लेकिन महिलाओं को हम बताना चाहते हैं कि निपल्स में अगर लगातार दर्द होता है तो यह बिल्कुल भी आम बात नहीं है |
  • निपल्स में दर्द होने पर इस बात को बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें |
  • जिन महिलाओं के शरीर में कैफीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है उन महिलाओं के निपल्स में दर्द काफी मात्रा में होता है | इसलिए निपल्स में अगर दर्द महसूस होने लगता है तो उस वक्त आपने चाय या कॉफी का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए |
  • निपल्स में अगर दर्द होता है और आपकी महावरी शुरू है तो महिलाओं ने महावरी के वक्त अपने भोजन में नमक का सेवन बिलकुल सीमित करना चाहिए |
  • पीरियड्स के वक्त हमारे शरीर में अगर नमक की मात्रा बढ़ जाती है तो इससे शरीर में वॉटर रिटेंशन होता है जिससे निपल्स में सूजन भी आ सकती है |
  • बहुत सारी महिलाएं ऐसी होती है जो सेक्स करते समय किसी प्रोटेक्शन का इस्तेमाल नहीं करना चाहती है जिसके कारण महिलाओं द्वारा गर्भनिरोधक गोली का सेवन आसानी से किया जाता है |
  • जिन महिलाओं को हमेशा गर्भनिरोधक गोली का सेवन करने की आदत होती है उन महिलाओं के स्तनों में काफी दर्द महसूस होने लगता है इसलिए गर्भनिरोधक गोली का सेवन ज्यादा मात्रा में ना करें |
  • जो महिलाएं नियमित रूप से अपने बच्चे को स्तनपान करवाती है उस महिला को निपल्स में दर्द होने की संभावना होती है | ऐसे वक्त महिलाओं के स्तनों में दूध एक जगह एकत्रित होने की संभावना होती है, स्तनों में दूध अगर एक ही जगह पर एकत्रित होता है तो निप्पल में और स्तनों में दर्द होता ही है ऐसे वक्त ब्रेस्ट पंप का इस्तेमाल करें |

स्तनों में दर्द का घरेलू इलाज कैसे करें ?

स्तनों में दर्द का घरेलू इलाज कैसे करें
स्तनों में दर्द का घरेलू इलाज कैसे करें
  • अचानक से अगर आपके शरीर में और आपके स्तनों में बदलाव आता है तो महिलाओं ने अपनी आकृति के बदलाव को ध्यान में रखकर अपनी गतिविधियों को निश्चित करना चाहिए | महिलाएं अगर अपने शरीर के आकार को बढ़ाने नहीं देती है तो स्तनों में दर्द नहीं होता है इसलिए अपनी फिगर मेंटेन रखने की कोशिश करें |
  • जिन महिलाओं को हमेशा लंबे समय तक फिटिंग वाली ब्रा पहनने की आदत होती है उन महिलाओं के स्तनों में अक्सर दर्द होता ही है | इसलिए महिलाओं को हम बताना चाहते हैं कि लंबे समय तक फिटिंग वाली ब्रा ना पहने |
  • रात को सोने से पहले अगर आप ब्रा निकाल लेती हो तो काफी अच्छी बात है, ब्रा हमारे स्तनों को काफी टाइट बना देती है | ब्रा पहने के कारण स्तनों का ब्लड सरकुलेशन काफी मात्रा में धीमा हो जाता है |
  • स्तनों का दर्द अगर प्रेगनेंसी में होता है तो यह आम बात है, क्योंकि प्रेगनेंसी में महिलाओं के शरीर में विभिन्न प्रकार के बदलाव होते रहते हैं | प्रेगनेंसी के चलते हुए अगर आप किसी टैबलेट का सेवन करना चाहती हो तो डॉक्टर की सलाह ले |
  • स्तनों का  दर्द दूर करने के लिए पेरासिटामोल, इबुप्रोफेन इस टैबलेट का आप सेवन कर सकती हो | इन दवाइयों का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर को पूछ ले |

प्रेगनेंसी में ब्रैस्ट में पेन होने पर क्या करें ?

प्रेगनेंसी में ब्रैस्ट में पेन होने पर क्या करें
प्रेगनेंसी में ब्रैस्ट में पेन होने पर क्या करें
  • देखा जाए तो प्रेगनेंसी में महिलाओं के शरीर में काफी मात्रा में बदलाव होते रहते हैं, प्रेगनेंसी में शरीर में बदलाव होने के कारण महिलाओं के स्तनों में भी बदलाव होते हैं जिसके कारण स्तनों में थोड़ी मात्रा में दर्द होना बिल्कुल आम बात है |
  • लेकिन बहुत कोशिश करने के बाद भी अगर स्तनों का दर्द बढ़ता ही जाता है तो आपने समझ जाना है कि कुछ ना कुछ गड़बड़ है | ऐसी स्थिति में आपने किसी अच्छे डॉक्टर की सलाह लेकर स्तनों का दर्द कम करना चाहिए |
  • स्तनों का दर्द कम करने के लिए महिलाओं ने शराब और धूम्रपान जैसी नशीली चीजों से दूर रहना चाहिए क्योंकि शरीर में नशीली चीजों का सेवन ज्यादा करने से महिलाओं के शरीर में सारे हॉर्मोन असंतुलित हो जाते हैं |
  • प्रेगनेंसी में स्तनों में दर्द होने पर महिलाओं ने हल्के हाथों से स्तनों की मालिश करना चाहिए, हल्के हाथों से स्तनों की मालिश करने से स्तनों तक ब्लड सरकुलेशन ठीक तरह से हो सकेगा और स्तनों का दर्द काफी मात्रा में कम हो जाएगा |

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