नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज हम बात करने वाले हैं पति पत्नी का रिश्ता के बारे में। दोस्तों, हम जब इस जीवन में आते हैं, तो कुछ रिश्ते हमें जन्मजात ही मिलते हैं। जैसे हमारे मां-बाप, भाई-बहन जो हमारे लिए खास और पूजनीय होते हैं। वैसे ही हम जब स्कूल में जाते हैं, तब हमारा एक और रिश्ता बनता है, फ्रेंडशिप! जी हां, दोस्ती। इस रिश्ते को हम खुद चुनते हैं।
जब हम बड़े होते हैं, तो हमारे घर में हमारी शादी की बात चलती है। लड़कियां इसे टालने की कोशिश करती हैं, क्योंकि उन्हें अपना घर छोड़कर किसी दूसरे अनजान घर में जाना होता है। लेकिन, हमारी उम्र के हिसाब से शादी की बात जोर पकड़ती है। हर किसी को इस दौर से गुजरना ही पड़ता है। शादी की बात निकलते ही हम थोड़ा घबरा जाते हैं। लड़का कैसा होगा, क्या वो और उसके परिवारवाले हमें समझेंगे या नहीं? ये और ऐसे अनगिनत सवाल आते हैं। वैसे ही लड़के के दिमाग में भी बहुत सवाल आते हैं।
पति पत्नी का एक दूसरे के जीवन में महत्त्व
दोस्तों, शादी के बाद पति पत्नी दोनों का ही जीवन बदल जाता है। एक दूसरे के प्रति उनकी जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं। साथ ही में परिवार को भी उतना ही महत्व देना पड़ता है। अगर पति पर कोई आंच आए, तो पत्नी को पूरी तरह से उसका साथ देना पड़ता है। पत्नी पर कोई मुसीबत आए, तो पति ने उसका साथ देना चाहिए। अगर घर में कुछ अनबन हो जाएं, तो पति और पत्नी को साथ में मिलकर उसका हल निकालना चाहिए, ताकि कोई दुखी ना हो और परिवार एकजुट रहें। परिवार को एकसंध रखने की जिम्मेदारी दोनों पति पत्नी की होती है।
पत्नी का कर्तव्य
हमारे समाज में स्त्री का बहुत महत्त्व होता है। अगर परिवार एकजुट रहा तो, उसका श्रेय उस घर की बहू को दिया जाता है। या फिर परिवार में फुट पड़े, तो उसका जिम्मेदार भी उस घर की बहू को ही दिया जाता है। एक बहु शादी करके जब घर में आती है, तो सारे घर के सदस्यों को उससे अधिक उम्मीदें होती हैं। सांस ससुर की सेवा करना, पति की हर चीज़ का ध्यान रखना, घर के बाकी सदस्यों की देखभाल करना यह सब बातों का ध्यान रखना चाहिए।
साथ ही में अगर घर पर कोई बड़ा संकट आए, तो पत्नी को अपने परिवारवालों की हिम्मत बनना चाहिए। अपने पति को पूरी तरह से सपोर्ट करना उसका कर्तव्य होता है। हर सुख दुख में साथ देने का जो वचन शादी के वक्त दिया होता है, उसे बुरे वक्त में साबित करने की जरूरत होती है। इन सब बातों का ध्यान अगर पत्नी ने रखा, तो पति उससे खुश रहता है और उसका सम्मान करता है। पत्नी को पति से कोई चीजें मांगनी नहीं पड़ेगी, वह अपनेआप ही उसकी जरूरतें पूरी करता है।
पति की जिम्मेदारियां
ऐसा बिल्कुल नहीं होता है, कि सारी जिम्मेदारियां एवं कर्तव्य सिर्फ पत्नी या घर की बहू ही पूरी करें। यह सब बातों को करने के लिए उसे पति का साथ चाहिए होता है। सबसे पहले तो पति को अपनी पत्नी का हर हाल में साथ देना चाहिए। चाहे वो गलत भी है, तो उसे समझना चाहिए और उसकी गलती का एहसास प्यार और समझ से करवाना चाहिए।
अगर पत्नी नौकरी करती है, तो पति को उसके घर के कामों में हाथ बटाना चाहिए। उसकी हर जरूरत का ख्याल रखना चाहिए। वह जब भी बीमार पड़े, उसका ध्यान रखना चाहिए। घर के सदस्यों और पत्नी में तालमेल रखने का काम पति का होता है।
पति और पत्नी में अनबन
दोस्तों, ऐसा तो कभी नहीं होता, कि हम एक ही रिश्ता जीवनभर निभाएं और उसमे झगड़े या अनबन ना हो। पति पत्नी का रिश्ता कभी खट्टा कभी मीठा होता है। उसमें नोकझोक होती रहती है। पर उसे ज्यादा बढ़ने ना देने की जिम्मेदारी दोनों की होती हैं। सबसे पहले तो पति पत्नी को एक दूसरे के प्रति प्रामाणिक और ईमानदार होना चाहिए। एक दूसरे से कुछ भी छुपाना नहीं चाहिए।
एक दूसरे पर विश्वास रखकर जीवन बिताना चाहिए। अगर कोई गलती भी हो जाएं, तो उसे खुले दिल से मान लेना चाहिए और माफ़ी मांग लेनी चाहिए। सुख में साथी बननेवाले पति पत्नी को संकट में एक दूसरे कि ढाल बनना चाहिए। एक दूसरे का हर स्थिति में सम्मान करना चाहिए। अगर कोई निर्णय पसंद ना आए, फिर भी उसका आदर करना चाहिए।
पति पत्नी के प्रति उनके परिवार की जिम्मेदारी
दोस्तों, हमारे देश में आज भी ऐसे परिवार है जो पीढ़ियों से साथ में रहते आए रहे हैं। नई बहू का स्वागत जोरो शोरो से करनेवाला परिवार उसकी गलती पर कभी कभी नाराज़ हो जाता है। उसे ताने कसता है। उनकी नाराजगी का सामना पति को भी करना पड़ता है। अगर परिवार को एकजुट रखना है, तो उस घर के हर सदस्य को उसमें हिस्सा लेना चाहिए और अपनी जिम्मेदारी पूरी करनी चाहिए।
घर के बुज़ुर्ग व्यक्तियों को घर के छोटों के प्रति प्यार और आदर रखकर निर्णय लेने चाहिए। अगर आपके बहू बेटा आपके लिए अपने कर्तव्य ठीक से निभा रहे हैं,तो आपने भी उनको समझ लेना चाहिए। उनका अपना खुद का भी जीवन है, उनकी अपनी इच्छाएं है, उस बात का सम्मान करना चाहिए और वक्त आने पर उनको अपनी आजादी देनी चाहिए।
दोस्तों, पति पत्नी को आजीवन एक दूसरे के प्रति प्यार, आदरभाव,विश्वास तथा एक दूसरे की आजादी का सम्मान रखना चाहिए। जीवन की सारी जिम्मेदारियां निभाते निभाते अपने पर्सनल लाइफ को रोमांचक बनाए और प्यारभरे जीवन का आनंद लें। धन्यवाद।