गर्भावस्था का पहला महीना
ऐसा कहते हैं कि महिला को संतति होना मतलब उसका सर्वोच्च सुख यही होता है | गर्भावस्था का समय उसके जीवन के सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक होता है | जिस दिन महिला को समझता है कि वह गर्भवती है उसके चेहरे पर आनंद होता है | अक्सर डॉक्टर गर्भावस्था को तीन भागों में विभाजित करते है |
फर्स्ट ट्राइमेस्टर, सेकंड ट्राइमेस्टर, और थर्ड ट्राइमेस्टर, जैसे जैसे गर्भावस्था का पहला महीना शुरू होता है, तो महिला को उसके अंदर होने वाले सभी बदलाव का एहसास होता है | तो दोस्तों आज हम जानेंगे गर्भावस्था का पहला महीना कब शुरू होता है गर्भावस्था का पहला महीना कैसा होता के बारेमे |
गर्भावस्था का पहला महीना की खबरदारी :
- महिला जब पहले महीने के लिए गर्भवती होती है, तब उसे उसके पेट के अंदर क्या चल रहा है यह सब अच्छी तरह से महसूस होता है| क्योंकि पहले महीने में बच्चा तैयार होने की शुरुआत हो जाती है | पहले महीने में महिला को जितनी समस्याएं आती है उतनी बाद में नहीं आती ऐसा डॉक्टरों का कहना है |
- महिला जब पहले महीने में गर्भवती होती है, तब परिवार के बाकी के लोगों की भी जिम्मेदारी होती है कि उसका पूरी तरह से ख्याल रखना | गर्भवती महिला को आपने ज्यादा काम नहीं करने देना चाहिए | आपने उसे भारी वजन उठाने को भी नहीं कह ना चाहिए | अगर कोई गर्भवती महिला ऐसा करती है तो बच्चे की जान या तो मां की जान खतरे में जा सकती है | इसलिए आपने छोटी छोटी बातों का ध्यान हमेशा रखना चाहिए |
- महिला जब पहले महीने की गर्भवती होती है तब डॉक्टर कहां रहते हैं कि बच्चा कौन से महीने में और लगभग कौन से तारीख तक होगा | क्योंकि आम तौर पर डॉक्टर मासिक धर्म के साइकिल के अनुसार ही बच्चे का जन्म की एक निश्चित महीना और तारीख तय कर सकते हैं | इसके लिए महिला को आखिरी बार मासिक धर्म कब आया था यह महत्वपूर्ण होता है | यह सब कैलकुलेशन कर कर डॉक्टर ९ महीने और ७ दिनों को छोड़कर बच्चे की जन्म तारीख या जन्म महीना हमें बता सकते हैं |
- गर्भावस्था के पहले महीने में आपने आप की अच्छी तरह से निगाह रखनी चाहिए | खासकर अपने प्रेगनेंसी के पहले महीने में क्या खाना चाहिए- प्रेगनेंसी के पहले महीने में क्या खाना चपीने का अच्छी तरह से ख्याल रखना चाहिए | दिन भर में 3 से 4 लीटर तक जरूर पानी पिया करे | सुबह जरूर नाश्ता करें, अगर आप सुबह ही नाश्ता कर लेते हो तो आप को प्रेगनेंसी के पहले महीने में उल्टी आने की संभावना कम हो जाती हें |
- गर्भावस्था में हमेशा शुद्ध हवा में रहने का प्रयत्न करें | मसालेदार और जंक फूड से बचे, लगातार काफी देर तक ना चले या तो ना खड़े रहें | इसके साथ ही आप ने टाइट कपड़े नहीं पहनना चाहिए और कुछ समय बाद डायग्नोस्टिक टेस्ट करते रहे |\ इससे आपको आपके बच्चे की हालत समझती रहेगी |
यह थे गर्भावस्था का पहला महीना कैसा होता हें की जानकारी |